फिरोजाबाद कलेक्ट्रेट प्रांगण में महात्मा गांधी जी की 156वीं और लाल बहादुर शास्त्री जी की 120वीं जयंती मनाई

Gargachary Times 2 October 2025, 20:00 74 views
Firozabad News
फिरोजाबाद कलेक्ट्रेट प्रांगण में महात्मा गांधी जी की 156वीं और लाल बहादुर शास्त्री जी की 120वीं जयंती मनाई
जनपद फिरोजाबाद कलेक्ट्रेट प्रागण में महात्मा गाँधी जी की 156 वी जयंती और लालबहादुर शास्त्री की 120 वी जयंती पूरे देश मे भी गॉधी और शात्री विचारो को आधुनिक जीवनी पीढी से परिचय कराया गया . भारत के आमजन पर ही नहीं अपितु विश्व के मानस पटल पर भी इन महान व्यक्तितवों का गहरा प्रभाव रहा, जनपद में मुख्य कार्यक्रम जिलाधिकारी रमेश रंजन की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में आयोजित किया गया, इस अवसर पर बोलते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि महात्मा गांधी ने हमेशा जो भी कहा उसको आत्मसात किया, उन्होंने सभी वर्गों को एक मंच पर लाकर विदेशी सत्ता के विरुद्ध जो अलख जगाई, वह अपने आप में उस समय विशिष्ट था, क्योंकि वर्गीकृत समाज को एक मंच पर लाना गांधी जैसे महान व्यक्तित्व के द्वारा ही संभव था, स्वतंत्रता के दौरान उन्हें कहीं भी ऐसा लगा कि उनकी सोच और नैतिक मूल्यों से यह आंदोलन इतर जा रहा है, तो तुरंत उन्होंने अपने को इससे अलग कर लिया। गांधी ज़ी ने लोगों की पीड़ा को आत्मसात किया, मूलभूत चीजों से अपने को जोड़ा, यही कारण है की बड़ी संख्या में लोग उनसे जुड़े गांधी ने अस्पृश्यता जैसे सामाजिक कोढ को समाप्त कर लोगों को मानवता का संदेश दिया और हर तबके को इस आंदोलन से संबंध कर दिया, जीवन में गांधी ने कभी भी अपनी नैतिकता और सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं किया और अपने इस सूत्र वाक्य पर सदैव कायम रहे की जीत तभी सार्थक है, जब उसकी प्राप्ति नैतिकता के साथ की जाए, उन्होंने सदैव सत्य को अपने अनुसार परिभाषित न कर समाज और राष्ट्र के हितों के अनुसार परिभाषित किया, गांधी ने स्वदेशी के माध्यम से आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक स्वाभिमान का जो मंत्र दिया, आज भी उसकी प्रासंगिकता बनी हुई है, हमारे प्रधानमंत्री जी स्वदेशी के विचारों को हर भारतीय से आत्मसात करने की बात कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने लाल बहादुर शास्त्री के विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस व्यक्तित्व की सबसे बड़ी विशेषता यह थी, उनकी सादगी और शालीनता, उन्होंने कहा कि इंसान का स्वाभाविक और शालीन रहना अत्यंत कठिन है, उन्होंने विषम परिस्थितियों से निकलकर हरित क्रांति का नारा दिया और इस बात को सिद्ध कर दिया कि जब अपनी सोच बड़ी हो तो उसका परिणाम भी बड़ा ही निकलता है, इस कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों के द्वारा इन दोनों महापुरुषों के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रारंभ हुआ, इस अवसर पर डीपीएस स्कूल के आये बच्चों ने राम धुन गाकर लोगों को मंत्र मुक्त कर दिया, इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी विशु राजा, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे मोहनलाल गुप्ता, अपर जिलाधिकारी न्यायिक संगीता गौतम ने भी गांधी जी के और शास्त्री जी के विचार पर प्रकाश डाला, जिलाधिकारी ने इस अवसर पर वाल्मीकि समाज एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को शॉल उड़ाकर सम्मानित किया, तथा डीपीएस स्कूल के बच्चों को भी पुरस्कृत किया।