फर्जी भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम का संचालन, कोर्ट के आदेश पर रविकांत चौहान के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Gargachary Times
9 September 2025, 17:51
405 views
Agra News
शारीरिक रूप से दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों के बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। न्यायालय ने डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया (DCCI) के महासचिव रविकांत चौहान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने प्रथम दृष्टयता यह माना कि रविकांत चौहान द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर व्यक्तिगर लाभ के लिए नियम विरुद्ध कार्य किये जा रहे हैं
मामला
2011 में डिसेबल्ड स्पोर्टिंग समिति के रूप में पंजीकृत संस्था का नाम 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा “विकलांग” शब्द के स्थान पर “दिव्यांग” शब्द की परिभाषा दिए जाने के बाद बदलकर दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया (DCCBI) कर दिया गया। संस्था ने राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम का विधिवत गठन एवं संचालन प्रारंभ किया।
इसके बावजूद वर्ष 2021 में डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया (DCCI) नामक संस्था अस्तित्व में आई और भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम का अनधिकृत संचालन शुरू कर दिया।
DCCBI द्वारा पत्र और नोटिस के माध्यम से चेतावनी देने के बाद भी रविकांत चौहान ने टीम संचालन जारी रखा। परिणामस्वरूप, DCCBI के महासचिव श्री हारून रशीद ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
पुलिस जांच एवं पुनः विस्तृत जांच के उपरांत पाया गया कि रविकांत चौहान द्वारा नियमों का उल्लंघन कर अनाधिकृत भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम का भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम का संचालन किया गया है। रिपोर्ट प्रस्तुत होने पर न्यायालय ने उनके खिलाफ विधिवत मुकदमा दर्ज करने और कार्रवाई करने का आदेश दिया।
आधिकारिक वक्तव्य
अध्यक्ष (DCCBI) एडवोकेट इकरांत शर्मा ने कहा:
“भारत एक है तो भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम भी एक ही होगी। अधिनियम १८६० के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन के आलावा DCCBI के पास भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के संचालन का विधिवत संविधान है। हमारी संस्था नीति आयोग, MSME, आयकर विभाग, मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट सीएसआर तथा कॉपीराइट एक्ट (भारत सरकार) के अंतर्गत विधिवत पंजीकृत है।”
वरिष्ठ अधिवक्ता श्री दुर्गविजय सिंह भैया (DCCBI के अधिवक्ता) ने बताया:
“विपक्षी द्वारा BCCI नाम का दुरुपयोग कर देशभर में भ्रम फैलाया गया। जांच में स्पष्ट हो गया कि DCCI केवल कर्नाटक सोसाइटी एक्ट 1960 के तहत पंजीकृत है और उसे कर्नाटक से बाहर कार्य करने का कोई अधिकार नहीं है। इसके बावजूद बैंक खाता लखनऊ में और संचालन बल्लभगढ़ से किया गया, जो स्पष्ट रूप से नियमविरुद्ध है।” अपने कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर खिलाड़ियों और अधिकारीयों को विदेश यात्रा एक प्रकार से जान जोखिम में डालना बैंक खाते से भी स्पष्ट होता है कि उपरोक्त संस्था के पदाधिकारी व्यक्तिगत लाभ के लिए प्रायोजकों से लिए धन का दुरूपयोग कर रहे हैं जो धन का लाभ खिलाडियों को मिलचहिये वो उनको नहीं मिल रहा
संयुक्त अध्यक्ष श्री भगवान तलवारे ने कहा:
“DCCBI द्वारा संचालित भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम ने अब तक 124 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिनमें से 100 में विजय प्राप्त की है। श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान की टीमों के निर्माण में महासचिव श्री हारून रशीद का विशेष योगदान रहा है। भारत सरकार द्वारा दी गई अनुमति एवं सभी आधिकारिक रिकॉर्ड हमारे पास मौजूद हैं।”
जॉइंट चेयरमैन स्वतंत्र कुमार ने कहा पिछले कई वर्षो से रविकांत चौहान द्वारा हमारी संस्था दिव्यांग क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड ऑफ़ इंडिया के खिलाफ विभिन्न प्रकार के षड़यंत्र किये जा रहे थे एक दिव्यांग खिलाड़ी को इंडिया टीम में खिलाने का लालच देकर कथित फ़र्ज़ी वीडियो बनवा के सोशल मीडिया में डाले लेकिन हमारी साफ़ छवि को कोई नुक्सान नहीं पंहुचा सका एक दिन तो यह क्लियर होना था जो की बिना कानूनी रास्ता अपनाये नहीं हो सकता था
महासचिव श्री हारून रशीद ने स्पष्ट किया:
“हमारी संस्था हर प्रकार से विधिक एवं वैधानिक कार्यों का पालन करती रही है और आगे भी करेगी। यदि भविष्य में कोई भी संस्था भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के नाम का दुरुपयोग करती है, तो उसके विरुद्ध तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने आगे बताया संस्था डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट कौंसिल ऑफ़ इंडिया और रविकांत चौहान के खिलाफ ईडी सीबीआई इन्कमटेक्स विभाग में शिकायतों को जांच किया जा रहा है जिस पर शीघ्र करवाई होगी